अगर ना बनती ये सड़क तो
बारिसों में खरंजों से रिसते कांच से पानी में लात मार उसे मैला करते दिख जाते कुछ बच्चे
अगर ना बनती ये सड़क तो
बड़ के पेड़ से तोतों के बच्चे निकाल खेल रहे होते कुछ और दूसरे बच्चे
अगर ना बनती ये सड़क तो
मेड़ों से गुजरते हुए उनमें हुए छेद भी ठीक कर रहे होते कुछ बुज़ुर्ग
अगर ना बनती ये सड़क तो
ताल की पाल पे यूँ ही सूख नहीं जाते नीम के सैंकड़ों पौधे
अगर ना बनती ये सड़क तो
उस कुएं के घाटों पर बने रस्सियों के निशान थोड़े और गहरे हो गए होते
गहरे हो गए होते पूरब में बसे उन दलित बस्तियों से कुछ रिश्ते
अगर ना बनती ये सड़क तो....
बहुत कुछ था जो टूटने/ छूटने से बच जाता...
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